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क्या होम्योपैथी कोरोना का जवाब है?

Corona Virus/ COVID-19
By Dr Vijay Shah 08-May-2020

कोरोना वाइरस संक्रमण के लिए एक उपाय और निवारक दवा के रूप में होम्योपैथी।

आज हम देख रहे हैं, पिछले कुछ दिनों से कोरोना महामारी का संक्रमण संपूर्ण विश्व मे फैला हुआ है। ऐसा कोई देश शायद ही बचा हो जहाँ यह बीमारी न फैली हो। हर एक देश ने इस बीमारी का सामना करने में व इस बीमारीका समाधान खोजने में अपनी पूरी ताकत लगा दी है।

कई विशेषज्ञों का यही कहना है कि हर एक व्यक्ति की प्रतिकार शक्ति बढ़नी चाहिए और उसमें सुधार आना चाहिए, तब जाकर हम इस बीमारी से बाहर निकल सकते हैं। प्रतिकार शक्ति को मज़बूत बनाने के लिए होम्योपैथी में बहुत सीधा और सरल उपाय है।

विश्व ने पहले भी कई महामारियों का सामना किया है जैसे की स्पैनिश फ़्लू , कोलेरा कुछ वर्षों पहले ही स्वाइनफ़्लू। इन सभी बीमारियों में होम्योपैथी सफल रहीं हैं, क्योंकि ये दवाईयां प्रतिकार शक्ति बढ़ाती हैं।

इस वक्त की महामारी कोरोना के दौरान, एक होम्योपैथिक डॉक्टर के नाते, मेरा ये सुझाव है कि आप केमफ़ोरा ३० C नाम की होम्योपैथिक दवाई का प्रयोग करे। यह छोटे बच्चों से ले कर हर उम्र के व्यक्ति के लिए काम करती है व हर परिस्थिति में असरदार होती है।

होम्योपैथिक दवाईयों की एक ख़ासियत यह भी है कि यह असरदार तो होती ही है, मगर इनकी कोई विपरीत असर अर्थात साइड इफेक्ट नहीं होती । भारत में होम्योपैथिक दवाईयों का कोरोना महामरी के दौरान बहुत बड़े पैमाने पे प्रयोग किया गया है।
इसके दो उदाहरण हम आपको बताना चाहते हैं:

पहला, पुणे शहर में बजाज ऑटो कंपनी के मालिक ने अपने परिवार, मित्रगण, फ़ेक्टरी व कर्मचारीगण और पूलिस कर्मीयों में, जो दिन-रात हमारी सुरक्षा में लगे हैं , इन सबको मिलाकर लगभग लाख लोगों में ये होम्योपैथिक दवाईयां देकर प्रयोग किया
उनका कहना है, इनमे से किसीभी व्यक्ति की कोरोना से संक्रमित होने की खबर नहीं आयी है और न ही किसीको कोरोना की बीमारी हुई है। आप यहाँ क्लिक करके इस इंटरव्यू को देख सकते हैं।

दूसरा प्रयोग गुजरात सरकार ने ७५ हज़ार लोगों पर किया जो क्वारंटाइन वार्ड मे रखें गए थे। यह लोग कोरोना संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आए थे। ईनके ऊपर प्रयोग किया गया और कुछ ही दिनो (३६ घंटों में) में ये देखा गया की उन सभीका रिपोर्ट नेगेटिव आया। आप गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव द्वारा की गयी ब्रीफिंग आप यहाँ क्लिक करके देख सकते हैं।

हमारे कई डॉक्टर साथियों ने भारत में और यूरोप और अफ्रीका के कुछ देशों में होम्योपैथिक दवाईयों का बड़े पैमाने पे उपयोग शुरू किया है। हर जगह से यही परिणाम आया है कि होम्योपैथी से प्रतिकार शक्ति तो बढ़ती है और इस दवाई का उपयोग करने के पश्चात लोगोंको कोरोना का संक्रमण नही हुआ है।